जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ। Shri jagannath stuti

जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ। जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ॥




जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ। जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ॥

बधिराश्रवण, जन्म जाये नये। सर्वत्र नयन, सुत्र जाये नये॥

वेदानुवाद, जन्म जाये नये। गोविन्द, गोपीनाथ, जगन्नाथ॥

प्रभु बंशीधर, सुत्र जाये नये। शेष गोपाल, बांशीधर जगन्नाथ॥

बाजे उराइल, आरती गोविंदा। बिनु श्रीधर, बिनु माधवा॥

प्रभु बालाबद्री, जगत के नाथ। स्वामी बलभद्र, जगन्नाथ॥

श्री पुरुषोत्तम, जगत के नाथ। शेष राजाजी, जगन्नाथ॥

भक्तवत्सल, दिनबन्धु जगजीवन। सेवकावतार, जगन्नाथ॥

जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ। जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ॥

Comments

Popular posts from this blog

Puri Panda is a hereditary title held by the chief priests of the Sri Jagannath Temple

7 Jagannath Temple Mysteries

Places To Visit In Puri